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उम्मीदों की शाम

उम्मीदों की शाम **************** सोमवार की शाम कुछ थकी-थकी सी है, रात की चादर में सिमटी हुई सी है, दिनभर की दौड़ में उलझे हुए हैं हम, पर उम्मीदों की लौ अब भी जली हुई सी है। शहर की रौशनी में हल्की खामोशी है, दिल में कहीं थोड़ी सी बेकरारी सी है, सपने जो सुबह के संग देखे थे हमने, वो अब भी निगाहों में जागी हुई सी है। शाम की ठंडक में सुकून थोड़ा है, कल की सुबह का ख्याल अभी ज़िंदा है, सोचते हैं कि थकान मिटा लें आज की, क्योंकि हर दिन के साथ एक नया सपना है। शुभ संध्या #शुभ_संध्या #GoodEvening

कांग्रेस के शासनकाल में भारत को मुस्लिम देश बनाने का प्रयास: संविधान और कानूनों के माध्यम से मुस्लिम तुष्टीकरण !

कांग्रेस के शासनकाल में भारत को मुस्लिम देश बनाने का प्रयास: संविधान और कानूनों के माध्यम से मुस्लिम तुष्टीकरण ! कांग्रेस का शासनकाल भारतीय राजनीतिक इतिहास में सबसे लंबे समय तक रहा है, और इसी दौरान भारत में कई नीतिगत निर्णय लिए गए जो मुस्लिम समुदाय के पक्ष में प्रतीत होते हैं। हालाँकि, कांग्रेस ने सीधे तौर पर कभी भारत को मुस्लिम देश घोषित नहीं किया, लेकिन उसके कई कदम और कानूनी फैसले इस दिशा में संकेत देते हैं। संविधान के माध्यम से मुस्लिम तुष्टीकरण की नीतियाँ अपनाने और कई विशेष कानूनों को पारित करने की कोशिशें की गईं, जिनका उद्देश्य स्पष्ट रूप से मुस्लिम समुदाय को लाभ पहुंचाना था। इस लेख में, हम विस्तार से उन कानूनों, नीतियों, और घटनाओं पर चर्चा करेंगे जो कांग्रेस के शासनकाल में मुस्लिम समुदाय के पक्ष में पारित किए गए। ये घटनाएँ यह दिखाती हैं कि किस प्रकार कांग्रेस ने बार-बार भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों के बीच भेदभाव करते हुए मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति अपनाई। 1. संविधान सभा और धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा भारत की संविधान सभा में धर्मनिरपेक्षता पर काफी लंबी बहस हुई। कांग्रेस ने संविधान मे...